मैं गुरुग्राम में ही रहता हूँ लेकिन जहाँ नमाज़ हो रही थी या विरोध हो रहा था उन जगहों से काफ़ी दूर। पास होता तो निश्चय ही अपना घर नमाज़ के लिए खोलता। मेरे घर में नमाज़ होगी तो वह पवित्र ही होगा। जिन कारणों-तरीकों से विरोध हो रहा था वे गहरी पीड़ा दे रहे थे।
@rahuldev2
उससे क्या फर्क पड़ता हैं, आप अपने घर के बाहर एक तख्ती लगा दीजिए कि यहां नमाज पढ़ने की जगह हैं.. पहले इक्का-दुक्का आएंगे फिर देखते ही देखते पुरा कारवां बन जाएगा
@rahuldev2
@vinodkapri
Hindutva followers obstructed Muslim prayers in Gurgaon. A Hinduism follower offered his on land for the same!
That is essentially the difference between the two!
multicultural, multireligious, and multilingual country = India.
@rahuldev2
@vinodkapri
जी, हर अच्छे और सच्चे इंसान को ऐसी बेहूदा हरकतें गलत ही लगेंगी। आपका दूसरों के लिए सोचना ही बहुत है। अच्छाई दिलों में भी रहकर दुनिया को खूबसूरत बनाये रखती है।
आपके जज़्बे और मोहब्बत को सलाम !!💐
@rahuldev2
राहुल जी आप अपना घर नमाज के लिए दें या आप उनको दान दे दीजिए वो आपका निजी फैसला है कोई आपत्ति नहीं है । पर आप दूसरों को उनकी उनकी निजी प्रिपोर्ट और उनके और सबके इस्तेमाल वाली सार्वजनिक प्रॉपर्टी को खुद की दरियादिली दिखाने का जरिया मत बनाइए !!